स्याही की भी मंजिल का अंदाज़ देखिये...., खुद ब खुद | हिंदी कविता

"स्याही की भी मंजिल का अंदाज़ देखिये...., खुद ब खुद बिखरती है तो दाग़ बन जाती है...., कोई और बिखेरता है तो अल्फ़ाज़ बन जाती है...।।"

 स्याही की भी मंजिल का अंदाज़ देखिये....,

खुद ब खुद बिखरती है तो दाग़ बन जाती है....,

कोई और बिखेरता है तो अल्फ़ाज़ बन जाती है...।।

स्याही की भी मंजिल का अंदाज़ देखिये...., खुद ब खुद बिखरती है तो दाग़ बन जाती है...., कोई और बिखेरता है तो अल्फ़ाज़ बन जाती है...।।

स्याही की भी मंजिल का अंदाज़ देखिये....,

खुद ब खुद बिखरती है तो दाग़ बन जाती है....,

कोई और बिखेरता है तो अल्फ़ाज़ बन जाती है...।। prabhas

People who shared love close

More like this

Trending Topic