नये साल, बसंत ऋतु के बाद ये नया त्योहार आया है
होलिका के दहन की परीक्षा का परिणाम लाया है
घर से निकल कर गुलाल के रंगो की बरसात होगी
इसी डर से वो पुराने कपड़े अलमारियों से निकाल लाया है
मैंने भी लगाया था पिछले साल उसको थोड़ा सा गुलाल
इसीलिए अबकी बार वो सीधे मेरे घर पर आया है
उसे पता था मैं उसे छूने में वख्त लेता हूँ
तभी तो उसने भाभी से सिफ़ारिश करके मुझे बुलवाया
है
उसकी खुशबू मेरे बदन पर देर तक टिके
इस वजह से उसने मुझ पर ज़्यादा रंग गिराया है
वो होली ना भूलूँ मैं कभी
सो मुझे ये सपना खुदबा खुद आया है
#होली