#curly_poet_uljhan
अगर ये आसमान
कुछ बोल पाता तो मुझसे ज़रूर ये कहता कि
कितने भी ऊँचें उठ जाओ ,
ज़मीन से
जुड़े रहने का मन करता है !
ज़मीन को गले लगाने को जी चाहता है !
धरती से मिलने को ऑंखें तरस जाती है !
बुलंदियों पर पहुंचकर भी मिट्टी अपने पास
बुलाती है !
मेरे दोस्त मेरी नज़र से देखो तुम भी मचल जाओगे !
मेरी तरह तुम भी इन बादलों का इशारा
समझ पाओगे !
©Jyotshna2000
#dryleaf