Jyotshna2000

Jyotshna2000 Lives in Jodhpur, Rajasthan, India

man ki baatein....likh deti hun ! likhi hui sari baatein kalpnik hain !

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💜SPREAD HAPPINESS ❤️SPREAD LOVE 💜SPREAD POSITIVITY 😊SHARE SMILES SENDING LOADS OF LOVE CURLY_POET_ULJHAN ❤️Do Follow on Instagram :) LIKE , SHARE , COMMENT GOOD NIGHT. ♥️SHABBAKHAIR ©Jyotshna2000

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#dryleaf

13 Love

गर मेरा दिल कुछ बोल पाता तो मेरी धड़कने कुछ ये कह जाती ! लाख मुश्किलें ही क्यूँ ना हो मंज़िल को पाने में ! कोई कसर मत छोड़ना अपने आप को आज़माने में ! कुछ भी क्यूँ ना हो , तुम तुम जैसे ही रहना ! हालातों से हारकर कभी अपनी मुस्कान मत खोना ! खुशियाँ तो तुम्हारा राह तक रही है ! चलते रहो मुसाफिर ! अब मंज़िल दूर नहीं है ! #curly_poet_uljhan ©Jyotshna2000

#curly_poet_uljhan #dryleaf  गर मेरा दिल कुछ बोल पाता तो 
मेरी धड़कने कुछ ये कह जाती !
लाख मुश्किलें ही क्यूँ ना हो मंज़िल
को पाने में !
कोई कसर मत छोड़ना अपने आप
को आज़माने में !
कुछ भी क्यूँ ना हो , तुम तुम जैसे ही रहना !
हालातों से हारकर कभी
 अपनी मुस्कान मत खोना !
खुशियाँ तो तुम्हारा राह तक रही है !
चलते रहो मुसाफिर !
अब मंज़िल दूर नहीं है !
#curly_poet_uljhan

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#dryleaf

12 Love

अगर आग की उठती लपटें कुछ बोल पातीं ! तो वो मुझे ये ज़रूर सीखाती ! की मेरे सपनें साकार हो जाएंगे ! बस थोड़ा तपिश में खुद को झोंकने की ज़रूरत हैं ! उससे उठती चिंगारियां रोशनी की किरण बन जाती ! तमस को चीरकर सुनहरा सवेरा ले आती ! ए मेरे दोस्त ! तुम मेरी नज़र से देखते तो तुम कुछ यूं मचल जाते ! इन शोलों से उठती रोशनी में तुम अपना खोया हुआ जोश पा जाते ! ©Jyotshna2000

#dryleaf  अगर आग की उठती लपटें कुछ
बोल पातीं !
तो वो मुझे ये ज़रूर सीखाती !
की मेरे सपनें साकार हो जाएंगे !
बस थोड़ा तपिश में खुद को 
झोंकने की ज़रूरत हैं !
उससे उठती चिंगारियां रोशनी की किरण
बन जाती !
तमस को चीरकर सुनहरा सवेरा ले आती !
ए मेरे दोस्त ! तुम मेरी नज़र से देखते
तो तुम कुछ यूं मचल जाते !
इन शोलों से उठती रोशनी में तुम
अपना खोया हुआ जोश पा जाते !

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#dryleaf

13 Love

ये हवाएं अगर कुछ बोल पातीं तो मेरे लिए ये कुछ ऐसा सन्देश लाती ! कितने भी बूरे दिन क्यूँ ना हो वो बदलते ज़रूर हैं ! इन हवाओं के जैसे वो अपना रुख़ मोड़ते ज़रूर हैं ! सुख - दुःख तो मस्त हवाओं का झोंका है ! ये कहाँ किसी के रोके रुका है ! ए मेरे दोस्त ! मेरी नज़र से देखते तो तुम्हारा भी मन मचल जाता ! इन हवाओं से बतियाने को तुम्हारा भी दिल चाहता !! ©Jyotshna2000

#dryleaf  ये हवाएं अगर कुछ बोल पातीं तो 
मेरे लिए ये कुछ ऐसा सन्देश लाती !
कितने भी बूरे दिन क्यूँ ना हो 
वो बदलते ज़रूर हैं !
इन हवाओं के जैसे वो अपना रुख़ मोड़ते
ज़रूर हैं !
सुख - दुःख तो मस्त हवाओं का झोंका है !
ये कहाँ किसी के रोके रुका है !
ए मेरे दोस्त ! मेरी नज़र से देखते तो
 तुम्हारा भी मन मचल जाता !
इन हवाओं से बतियाने को तुम्हारा भी दिल
चाहता !!

©Jyotshna2000

#dryleaf

10 Love

अगर ये लहरें बोल पातीं तो मेरे कानों में ये कह जाती ! भले ही नदियों का पानी समुन्दर में मिलकर बदल जाता है ! पर अपना वज़ूद कहाँ कोई भूल पाता है ! बहने की आदत ये पानी भूलता नहीं ! लहरों का उछलना कभी छूटता नहीं ! ए मेरे दोस्त ! तुम्हारा मन भी कुछ यूं मचल जाएगा ! इन लहरों को छूकर तुम्हारा खोया वज़ूद तुम्हें फिर मिल जाएगा ! ©Jyotshna2000

#dryleaf  अगर ये लहरें बोल पातीं तो
मेरे कानों में ये कह जाती  !
भले ही नदियों का पानी समुन्दर
में मिलकर बदल जाता है !
पर अपना वज़ूद कहाँ कोई भूल पाता है !
बहने की आदत ये पानी भूलता नहीं !
लहरों का उछलना कभी छूटता नहीं !
ए मेरे दोस्त ! तुम्हारा मन भी कुछ 
यूं मचल जाएगा !
इन लहरों को छूकर तुम्हारा खोया 
वज़ूद तुम्हें फिर मिल जाएगा !

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#dryleaf

12 Love

#curly_poet_uljhan अगर ये आसमान कुछ बोल पाता तो मुझसे ज़रूर ये कहता कि कितने भी ऊँचें उठ जाओ , ज़मीन से जुड़े रहने का मन करता है ! ज़मीन को गले लगाने को जी चाहता है ! धरती से मिलने को ऑंखें तरस जाती है ! बुलंदियों पर पहुंचकर भी मिट्टी अपने पास बुलाती है ! मेरे दोस्त मेरी नज़र से देखो तुम भी मचल जाओगे ! मेरी तरह तुम भी इन बादलों का इशारा समझ पाओगे ! ©Jyotshna2000

#curly_poet_uljhan #dryleaf  #curly_poet_uljhan

अगर ये आसमान 
कुछ बोल पाता तो मुझसे ज़रूर ये कहता कि
कितने भी ऊँचें उठ जाओ ,
 ज़मीन से
जुड़े रहने का मन करता है !
ज़मीन को गले लगाने को जी चाहता है !
धरती से मिलने को ऑंखें तरस जाती है !
बुलंदियों पर पहुंचकर भी मिट्टी अपने पास
बुलाती है !
मेरे दोस्त मेरी नज़र से देखो तुम भी मचल जाओगे !
मेरी तरह तुम भी इन बादलों का इशारा
समझ पाओगे !

©Jyotshna2000

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13 Love

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