ये हवाएं अगर कुछ बोल पातीं तो मेरे लिए ये कुछ ऐसा

"ये हवाएं अगर कुछ बोल पातीं तो मेरे लिए ये कुछ ऐसा सन्देश लाती ! कितने भी बूरे दिन क्यूँ ना हो वो बदलते ज़रूर हैं ! इन हवाओं के जैसे वो अपना रुख़ मोड़ते ज़रूर हैं ! सुख - दुःख तो मस्त हवाओं का झोंका है ! ये कहाँ किसी के रोके रुका है ! ए मेरे दोस्त ! मेरी नज़र से देखते तो तुम्हारा भी मन मचल जाता ! इन हवाओं से बतियाने को तुम्हारा भी दिल चाहता !! ©Jyotshna2000"

 ये हवाएं अगर कुछ बोल पातीं तो 
मेरे लिए ये कुछ ऐसा सन्देश लाती !
कितने भी बूरे दिन क्यूँ ना हो 
वो बदलते ज़रूर हैं !
इन हवाओं के जैसे वो अपना रुख़ मोड़ते
ज़रूर हैं !
सुख - दुःख तो मस्त हवाओं का झोंका है !
ये कहाँ किसी के रोके रुका है !
ए मेरे दोस्त ! मेरी नज़र से देखते तो
 तुम्हारा भी मन मचल जाता !
इन हवाओं से बतियाने को तुम्हारा भी दिल
चाहता !!

©Jyotshna2000

ये हवाएं अगर कुछ बोल पातीं तो मेरे लिए ये कुछ ऐसा सन्देश लाती ! कितने भी बूरे दिन क्यूँ ना हो वो बदलते ज़रूर हैं ! इन हवाओं के जैसे वो अपना रुख़ मोड़ते ज़रूर हैं ! सुख - दुःख तो मस्त हवाओं का झोंका है ! ये कहाँ किसी के रोके रुका है ! ए मेरे दोस्त ! मेरी नज़र से देखते तो तुम्हारा भी मन मचल जाता ! इन हवाओं से बतियाने को तुम्हारा भी दिल चाहता !! ©Jyotshna2000

#dryleaf

People who shared love close

More like this

Trending Topic