साथ जब होते पास और साथ तब एहसास होती नहीं
क्या है अहमियत उसकी क़दर होती नही
तब आंखे रोती नही
छोटी छोटी बातों से हम बिखरने लग जाते हैं
पहले वो बात करे तब हम करेंगे
यही सोच एक दूसरे को जुदा कर जाती हैं
क्या चीज खो दी हमने खोने के बाद पता चलती हैं
यूँ तो कभी कुछ ठहरता नही
किसी को खोने बाद भी जीवन रुकता नही
तब भी एक कमी सी खलती हैं
बीते लम्हों की यादगार जो रह जाती हैं
ये बातें लोंगो के आपस मे ही नही
हर हालातों में सामने आती हैं
जब जो चीज पास में रहती
उस वक्त कदर उसकी होती ही नही हैं।
©Arun kr.
#साथ #sathwithnojoto