अगरचे पास है अपनी उदासी
मगर तड़पा रही तेरी उदासी
हमारा गम समंदर हो गया है
उसी में तैरती रहती उदासी
कभी जा कर के देखो मयकदे में
वहाँ पर रक्स भी करती उदासी
हुआ जो वस्ल हमने तब ये जाना
है इसके बाद में लंबी उदासी
तुम्हारे होंट खुलते है खुशी में
तुम्हारी आंख में रहती उदासी
हमारा साथ मत मांगो सफर में
हमारे साथ मे चलती उदासी
उदासी का चढ़ा है रंग जबसे
सभी रंगों पे है भारी उदासी
खला से हो चुकी है बात अपनी
खुशी से पहले आई थी उदासी
दिनेश शर्मा, 12.01.2021
©DINESH SHARMA
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