White बात जब मर्यादाओं की हो ,सम्मान और स्वाभिमान की हो
परिवार की प्रतिष्ठा की हो ,तो वहां से अगर कोई स्त्री
शक्ति के कठोरतम स्वरूप का आचरण करती है
कुछ हृदयविदारक मगर कठोर फैसले लेती है ,
तो उसके पीछे उसके वर्षों की तपस्या
निस्वार्थ प्रेम की मर्यादा रिश्तों की सीमा रेखा
और नैतिक मूल्यों की अवमानना होने पर
चेतन मन का कठोर कवच का आवरण
पहनना ही उचित होता है।
ये सार्वभौमिक सत्य है।
©Aditi Chouhan
#sawan_2024