White गुस्सा धीरे धीरे इंसान को खा जाता हैं कोई | हिंदी शायरी

"White गुस्सा धीरे धीरे इंसान को खा जाता हैं कोई करता ज़िन्दगी भर इंतज़ार अपने महबूब का कोई मोहब्बत में जन्नत पा जाता हैं कर दो खुद को समर्पित प्रभु श्रीराम की चरणों में फिर जीने का असली मज़ा आ जाता हैं अगर मिल जाए एक दिन का सुकून आज के ज़माने में इंसान ख़ुशी - ख़ुशी अपनी मौत को गले लगा जाता हैं मत पूछना चाहत की इन्तहा एक तन्हा आशिक से वोह अपने महबूब की खातिर हाथों से मोहब्बत की लकीरें भी मिटा जाता हैं भुला देना चाहता हूँ तेरी यादों अपने दिल और दिमाग़ से यह चाँद हर रात अपनी आवाज़ में तेरा प्रेम गीत सुना जाता हैं हमने निभाई वफ़ा पूरी शिद्दत से ऐ मेरे सनम फिर भी यह प्यार रोज़ हमसे बेवफाई निभा जाता हैं जो जीता हैं अपनी ज़िन्दगी स्वाभिमान से अक्सर यह ज़माना उसके सामने उसकी ही अर्थी सज़ा जाता हैं 💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 ©Sethi Ji"

 White गुस्सा धीरे धीरे इंसान को खा जाता हैं 

कोई करता ज़िन्दगी भर इंतज़ार अपने महबूब का 
कोई मोहब्बत में जन्नत पा जाता हैं 

कर दो खुद को समर्पित प्रभु श्रीराम की चरणों में 
फिर जीने का असली मज़ा आ जाता हैं 

अगर मिल जाए एक दिन का सुकून आज के ज़माने में
इंसान ख़ुशी - ख़ुशी अपनी मौत को गले लगा जाता हैं 

मत पूछना चाहत की इन्तहा एक तन्हा आशिक से 

वोह अपने महबूब की खातिर 
हाथों से मोहब्बत की लकीरें भी मिटा जाता हैं 

भुला देना चाहता हूँ तेरी यादों अपने दिल और दिमाग़ से 
यह चाँद हर रात अपनी आवाज़ में तेरा प्रेम गीत सुना जाता हैं 

हमने निभाई वफ़ा पूरी शिद्दत से ऐ मेरे सनम 
फिर भी यह प्यार रोज़ हमसे बेवफाई निभा जाता हैं

जो जीता हैं अपनी ज़िन्दगी स्वाभिमान से 
अक्सर यह ज़माना उसके सामने उसकी ही अर्थी सज़ा जाता हैं

💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

©Sethi Ji

White गुस्सा धीरे धीरे इंसान को खा जाता हैं कोई करता ज़िन्दगी भर इंतज़ार अपने महबूब का कोई मोहब्बत में जन्नत पा जाता हैं कर दो खुद को समर्पित प्रभु श्रीराम की चरणों में फिर जीने का असली मज़ा आ जाता हैं अगर मिल जाए एक दिन का सुकून आज के ज़माने में इंसान ख़ुशी - ख़ुशी अपनी मौत को गले लगा जाता हैं मत पूछना चाहत की इन्तहा एक तन्हा आशिक से वोह अपने महबूब की खातिर हाथों से मोहब्बत की लकीरें भी मिटा जाता हैं भुला देना चाहता हूँ तेरी यादों अपने दिल और दिमाग़ से यह चाँद हर रात अपनी आवाज़ में तेरा प्रेम गीत सुना जाता हैं हमने निभाई वफ़ा पूरी शिद्दत से ऐ मेरे सनम फिर भी यह प्यार रोज़ हमसे बेवफाई निभा जाता हैं जो जीता हैं अपनी ज़िन्दगी स्वाभिमान से अक्सर यह ज़माना उसके सामने उसकी ही अर्थी सज़ा जाता हैं 💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 ©Sethi Ji

♥️♥️ बेवफाई का बहाना ♥️♥️

♥️♥️ रुस्वाई का ज़माना ♥️♥️

#love_shayari
#Sethiji
#16Sept
#Trending

People who shared love close

More like this

Trending Topic