मेरे अल्फ़ाज़ों मे मोहब्बत है कम, और इसमें ग़म थोड़ा ज़ | हिंदी Shayari

"मेरे अल्फ़ाज़ों मे मोहब्बत है कम, और इसमें ग़म थोड़ा ज़्यादा है........... मेरा यहां किसी एक शख़्स का भी, दिल दुखाने का न कोई इरादा है......... जब मैं पढ़ूंगा महफ़िल में ग़ज़ल, सबको अपने महबूब याद आएंगे......... कोई आंसू बहाए बिना नहीं उठेगा, ये मेरा इस पूरी महफ़िल से वादा है....... ©Maddy Poet Maddy"

 मेरे अल्फ़ाज़ों मे मोहब्बत है कम,
और इसमें ग़म थोड़ा ज़्यादा है...........
मेरा यहां किसी एक शख़्स का भी,
दिल दुखाने का न कोई इरादा है.........
जब मैं पढ़ूंगा महफ़िल में ग़ज़ल,
सबको अपने महबूब याद आएंगे.........
कोई आंसू बहाए बिना नहीं उठेगा,
ये मेरा इस पूरी महफ़िल से वादा है.......

©Maddy Poet Maddy

मेरे अल्फ़ाज़ों मे मोहब्बत है कम, और इसमें ग़म थोड़ा ज़्यादा है........... मेरा यहां किसी एक शख़्स का भी, दिल दुखाने का न कोई इरादा है......... जब मैं पढ़ूंगा महफ़िल में ग़ज़ल, सबको अपने महबूब याद आएंगे......... कोई आंसू बहाए बिना नहीं उठेगा, ये मेरा इस पूरी महफ़िल से वादा है....... ©Maddy Poet Maddy

मेरे अल्फ़ाज़ों मे मोहब्बत है कम,
और इसमें ग़म थोड़ा ज़्यादा है...........
#Love#words#sadness#intention#hurt#gazal#GATHERING#Loveone#sheddingtears#Promise........

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