उसके साथ में बैठकर बस हमारा,
उसका हांथ थामने को जी चाहता है.......
वो चाहें कितना भी झगड़ ले हमसे,
उसको गले लगाने को जी चाहता है........
जी चाहता है अब सिर्फ़ और सिर्फ़,
उसके साथ वक्त बिताया करें हम...........
वो आए इक दफ़ा हमारी महफ़िल में,
उसे ग़ज़लें सुनाने को जी चाहता है.........
©Poet Maddy
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