White चलो चमकते चांद का दीदार किया जाए,
चमकीली काली रात से प्यार किया जाए।
बेचारों इन सितारों को रखो ना फरेब में,
इन्हें भी इश्क़ का तलबगार किया जाए।
अपना तमाशा बनाएं किसको हंसाने में,
अच्छा है कि सभी को बेज़ार किया जाए।
कुछ तो है दर्मियां हमारे प्यार व्यार जैसा,
चाहे जो भी हो मगर इनकार किया जाए।
दो चार मिल कर मेरी अर्थी को कांधा तो दें,
मौत का कुछ तो सामान तैयार किया जाए।
©एस पी "हुड्डन"
#दीदार