दूर तक चले यूहीं बेवजह,तू तेरा खयाल छोड़ मैं, मैं | हिंदी Shayari
"दूर तक चले यूहीं बेवजह,तू तेरा खयाल छोड़
मैं, मैं भी ना करू,बस चलते जाए
ना बात हो,ना सिर्फ ख़ामोशी हो
हम चुप हो,बस नजारे बोलते जाए
एक दिन अलग होना सबसे
चलो इन पेड़ों पहाड़ों से गले मिलते जाए"
दूर तक चले यूहीं बेवजह,तू तेरा खयाल छोड़
मैं, मैं भी ना करू,बस चलते जाए
ना बात हो,ना सिर्फ ख़ामोशी हो
हम चुप हो,बस नजारे बोलते जाए
एक दिन अलग होना सबसे
चलो इन पेड़ों पहाड़ों से गले मिलते जाए