बचपन और उम्मीद बड़े होकर क्या मिला दिमाग मे बोझ और | हिंदी Poetry

"बचपन और उम्मीद बड़े होकर क्या मिला दिमाग मे बोझ और दिल मे गम काश वो बचपन फिर से जी पाते हम:! ©Avinash radhe chandravanshi"

 बचपन और उम्मीद  बड़े होकर क्या मिला दिमाग मे
बोझ और दिल मे गम
काश वो बचपन फिर से जी पाते हम:!

©Avinash radhe chandravanshi

बचपन और उम्मीद बड़े होकर क्या मिला दिमाग मे बोझ और दिल मे गम काश वो बचपन फिर से जी पाते हम:! ©Avinash radhe chandravanshi

#BachpanAurUmeed

People who shared love close

More like this

Trending Topic