ये शैतानो की बस्ती है,यहाँ जान बड़ी सस्ती है।
धोखा देना फितरत है सबकी, इज्जत तो सड़को पर बिकती है।
जरा मुश्किल है अकेले चलना, हर नजर में यहाँ हवस सी दिखती है।
सभ्य कहते है लोग खुद को,पर कानों में आवाजें चीखने की चुभती है।
नोंच लेते है ये ज़ालिम हर मासूम सी जान को,
ना जाने इनको अपनो में ये हवस क्यों नही दिखती है
jaan badi sasti hai Ritika suryavanshi pooja negi# @Shikha jha @A@rti nig@m nidd+