सुबह होने का इन्तजार न रहा, मौत की आगोश में वो सो गया है। जोडते रहे तमाम उम्र साधन जो, दो मुट्ठी खाक का ढेर हो गया है। जीवन की खाक, दो मुट्ठी राख Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto