हाँ वही बात .....
" वही बात जो तुम हर रोज किसी न किसी तरह से कहा करते थे मुझसे और मैं हर रोज अनसुना कर दिया करता था मानो,
वही बात जो तुम हर रोज कागज पर लिख कर किसी बहाने से दिखाया करते थे मुझको और मैं हर बार अपनी कलम से उसको धुंधला कर दिया करता था मानो ,
वही बात जो तुम हर रोज आँखों मे संजो कर लाया करते थे सामने मेरे और मैं हर रोज नजरअंदाज कर दिया करता था मानो ,
वही बात जो तुम हर रोज अपने हर एक इशारे से बयां किया करते थे और मैं हर दफा उतना ही नासमझ बन जाया करता था मानो,
मगर अब जब न ही वो बात है न वो कागज न ही वो आँखें है न वो इशारे हैं, बाबजूद उसके ये दिल उस वक्त को जीना चाहता है फिर से और मेरे ये दोनों कान सुनना चाहते हैं फिर से वही बात "
हाँ वही बात ......................
#हाँवहीबात
#Nojotovoice