हर दिल कोई धुन गुनगुनाता है, कोई स्वर मे गाता है, | हिंदी शायरी
"हर दिल कोई धुन गुनगुनाता है, कोई स्वर मे गाता है, कोई राग मे गाता है,
कोई दिल जुड़ने पर गाता है, कोई टूटने पर गाता है,
कोई मीठा गाता है, कोई बेसुरा गाता है,
बस हमारा ही दिल उस की धुन गाता है।"
हर दिल कोई धुन गुनगुनाता है, कोई स्वर मे गाता है, कोई राग मे गाता है,
कोई दिल जुड़ने पर गाता है, कोई टूटने पर गाता है,
कोई मीठा गाता है, कोई बेसुरा गाता है,
बस हमारा ही दिल उस की धुन गाता है।