खुश हुॅ , ओर सब को खुश रखता हुॅ , लापरवाह हुॅ , ले
"खुश हुॅ , ओर सब को खुश रखता हुॅ ,
लापरवाह हुॅ , लेकिन सब की परवाह करता हुॅ ,
जानता हुॅ की जहा कदर नही मेरी
लेकिन मै बडे दिल का हुॅ जनाब सब कीस (ईजत #Recpcet) बराबर करता हुॅ"
खुश हुॅ , ओर सब को खुश रखता हुॅ ,
लापरवाह हुॅ , लेकिन सब की परवाह करता हुॅ ,
जानता हुॅ की जहा कदर नही मेरी
लेकिन मै बडे दिल का हुॅ जनाब सब कीस (ईजत #Recpcet) बराबर करता हुॅ