संघर्ष हमारा जीवन है खून पसीने जलते हैं, सर्दी गर | हिंदी शायरी
"संघर्ष हमारा जीवन है खून पसीने जलते हैं,
सर्दी गरमी धूप छाँव हर मौसम से लड़ते हैं।
हम सहते हैं जुल्म मगर बात हकीकत ये भी है
ये रेल हमारी माँ जैसी बच्चे अपने पलते हैं।
~~~~~••इन्द्रेश यादव "प्रभात ""
संघर्ष हमारा जीवन है खून पसीने जलते हैं,
सर्दी गरमी धूप छाँव हर मौसम से लड़ते हैं।
हम सहते हैं जुल्म मगर बात हकीकत ये भी है
ये रेल हमारी माँ जैसी बच्चे अपने पलते हैं।
~~~~~••इन्द्रेश यादव "प्रभात "