""क़ुर्बानियों" की ज़िन्दा "मिसाल" है ये "ईद",
"मोमिनों" का "सब्र-ए-कमाल" है ये "ईद"...
"हुक़्म-ए-इलाही" का "सवाल" है ये "ईद",
"ख़ुदा" की "रज़ा" से "विसाल" है ये "ईद"..."
"क़ुर्बानियों" की ज़िन्दा "मिसाल" है ये "ईद",
"मोमिनों" का "सब्र-ए-कमाल" है ये "ईद"...
"हुक़्म-ए-इलाही" का "सवाल" है ये "ईद",
"ख़ुदा" की "रज़ा" से "विसाल" है ये "ईद"...