"निगाहे तेरी ढुंढ रही हैं,हर जगह मुझे ..
अच्छा हैं ना,लोग अब पागल समझने लगे तुझे,
अरे पागल......
यूँ मजनूँ बन ,ढुंढने की जरूरत क्या तुझे..
पलके बंद कर और दिल में देख मुझे।
--alfaz❤️k"
निगाहे तेरी ढुंढ रही हैं,हर जगह मुझे ..
अच्छा हैं ना,लोग अब पागल समझने लगे तुझे,
अरे पागल......
यूँ मजनूँ बन ,ढुंढने की जरूरत क्या तुझे..
पलके बंद कर और दिल में देख मुझे।
--alfaz❤️k