My Bicycle दोस्तों जब मैं छोटा था ॎचौथी और पांचवी की बात है ॎमुझे साइकिल चलाने का बहुत शौक था ॎतब मैं अपने घर से डेढ़ 2 किलोमीटर दूर किराए की साइकिल लेने जाया करता था ॎफिर वापस घर आकर उसे खूब चलाता था ॎ उसे चलाते समय मुझे जो खुशी होती थी, उसको मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता ॎ जब तक मैं साइकिल चलाया करता था ॎ मैं एक अजीब सी ताजगी से भरा रहता था
ॎ फिर मैं उसे वापस साइकिल स्टोर में जमा करता था ॎ वापस घर जाते वक्त मैं बड़ा थका महसूस किया करता था ॎ फिर कभी मेरे पास पैसे होते तो फिर किराए से साइकिल ले आया करता था ॎ उस वक्त जो मुझे खुशी मिला करती थी ,ऐसा लगता था कि सारा जहां मिल गया,,, धन्यवाद दोस्तों
©Raju shandel
#WorldBicycleDay2021