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Chhindwada India
My Bicycle दोस्तों जब मैं छोटा था ॎचौथी और पांचवी की बात है ॎमुझे साइकिल चलाने का बहुत शौक था ॎतब मैं अपने घर से डेढ़ 2 किलोमीटर दूर किराए की साइकिल लेने जाया करता था ॎफिर वापस घर आकर उसे खूब चलाता था ॎ उसे चलाते समय मुझे जो खुशी होती थी, उसको मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता ॎ जब तक मैं साइकिल चलाया करता था ॎ मैं एक अजीब सी ताजगी से भरा रहता था ॎ फिर मैं उसे वापस साइकिल स्टोर में जमा करता था ॎ वापस घर जाते वक्त मैं बड़ा थका महसूस किया करता था ॎ फिर कभी मेरे पास पैसे होते तो फिर किराए से साइकिल ले आया करता था ॎ उस वक्त जो मुझे खुशी मिला करती थी ,ऐसा लगता था कि सारा जहां मिल गया,,, धन्यवाद दोस्तों ©Raju shandel
Raju shandel
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सीधी बात नो बकवास केवल मास्क ©Raju shandel
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ज़रूरी है मानवता ही सबसे बड़ी पूजा है। इस लिए इस संकट की घड़ी में सबकी सेवा करे । धन्यवाद दोस्तो ©Raju shandel
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एक साथ साथ तुम्हारा, जीवन को रोशन करता रहा। तुम आए जब से जीवन में, हर गम के रास्तों पर , अंधेरा यूं ही ढ़लता रहा।। जीवन की तुम अनमोल खुशी, हर तमन्ना हर उम्मीद, एक साथ संजोता रहा। साथ तुम्हारा, जीवन को रोशन करता रहा..... ©Raju shandel
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ए जिंदगी तेरे हर एक गम को, समेट रखा हूं। कुछ खट्टे कुछ मीठे, हर दर्द को छुपा रखा हूं।। तू साथ दे या ना दे, तेरे रास्तों पर चल निकला हूं। मैं गिरा तो संभाल लेना, बस तेरी उम्मीद, दिल में बसा रखा हूं।। ©Raju shandel
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