White ज़हन उलझनों में था आप फिरभी याद आ गए
जब याद आए तो आंसू भी बेहिसाब आ गए
अचानक तेरी तस्वीर देख कर
दोस्त तेरे अहसान सभी याद आ गए
राजस्थान की सभी यादों को छोड़ कर
हमने सुना है आप अभी हैदराबाद आ गए
अब यक़ीनन आएगी खुशबू मेरे हाथों में
अब हाथों में मेरे भी गुलाब आ गए
अब खुशबुओं से महकते हांथ मिलाऊं किस्से
दोस्त सारे किस्मत में अभी खराब आ गए
खुदा कि रहमते घर में क्यूं न हो
घर में मेहमान सभी लाजवाब आ गए
तबियत उसी दिन मेरी ठीक हो जानी है
जिस दिन वो सामने मेरे बेनक़ाब आ गए
©Shoheb alam shayar jaipuri
#love_shayari दोस्ती शायरी