बचपन और लोरी मै गाती हूं लोरी तू सो जा मेरे लाला
देखो चंदा में आज कितना उजियाला
तारे भी निकले वो छुप छुप कर निकले
तुझे देख मेरे लाल ये चांद भी मुरझाया
नींदों में आयेंगी पारियों की रानी
सुनाएगी तुमको वो प्यारी कहानी
चाहोगी जो तुम वो लेकर ही आएगी
अपनों का प्यार तुझे देकर भी जाएगी
मै गाती हूं लोरी तू सो जा मेरे लाला
देखो चंदा में आज कितना उजियाला
तारों में बिंदिया चंदा सितारा
चंचल हवाओं में बहती ये धारा
मखमल की चादर, है फूलों का झूला
सपनों की दुनिया में खोया मेरा लाला
मै गाती है लोरी तू सो जा मेरे लाला
देखो चंदा में आज कितना उजियाला
©Sneha Yadav
#BachpanAurLori