गुदड़ी के लाल का कमाल पहले डरा, हिम्मत की तो सपना | हिंदी Video

"गुदड़ी के लाल का कमाल पहले डरा, हिम्मत की तो सपना हुआ साकार कोटा. कोटा में रहकर पढ़ाई करने वाले धौलपुर जिले के सखवारा गांव के कृष्ण कुमार ने परिवार ही नहीं अपनी पंचायत का सपना पूरा कर दिया। कृष्ण पंचायत का पहला छात्र है, जो सरकारी मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई करेगा और डॉक्टर बनेगा। उनके पिता मुन्नालाल किसान हैं। कृष्ण ने बताया कि गांव के सरकारी स्कूल में प्रारंभिक शिक्ष बाद धौलपुर से 12वीं पास की। तब तक सिर्फ पीएमटी के बारे में सुना था। पापा ने कहा, डॉक्टर बनकर दिखाना। उन्होंने प्रेरित कर मुझे कोटा भेजा। शुरुआत में जब मुझे लगा कि पढ़ाई बहुत कठिन है तो 4-5 महीने बाद ही मैं कोटा से पढ़ाई छोड़कर गांव भाग गया। पिता के पास कुछ दिन रहा तो उन्होंने समझाया, इसी दौरान दोस्तों से भी बात हुई। उन्होंने भी मुझे समझाया। मैंने फिर पढ़ाई करने का मन बनाया और कोटा आकर पढ़ाई में लग गया। पहले दो साल बहुत कम नम्बर आए। मेरे दोस्त पास हो गए और मैं रह गया। मैंने तीसरे साल भी पढ़ाई की, इस वर्ष के परिणाम मेरे लिए खुशियां लेकर आए । ©Ankit Kumar "

गुदड़ी के लाल का कमाल पहले डरा, हिम्मत की तो सपना हुआ साकार कोटा. कोटा में रहकर पढ़ाई करने वाले धौलपुर जिले के सखवारा गांव के कृष्ण कुमार ने परिवार ही नहीं अपनी पंचायत का सपना पूरा कर दिया। कृष्ण पंचायत का पहला छात्र है, जो सरकारी मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई करेगा और डॉक्टर बनेगा। उनके पिता मुन्नालाल किसान हैं। कृष्ण ने बताया कि गांव के सरकारी स्कूल में प्रारंभिक शिक्ष बाद धौलपुर से 12वीं पास की। तब तक सिर्फ पीएमटी के बारे में सुना था। पापा ने कहा, डॉक्टर बनकर दिखाना। उन्होंने प्रेरित कर मुझे कोटा भेजा। शुरुआत में जब मुझे लगा कि पढ़ाई बहुत कठिन है तो 4-5 महीने बाद ही मैं कोटा से पढ़ाई छोड़कर गांव भाग गया। पिता के पास कुछ दिन रहा तो उन्होंने समझाया, इसी दौरान दोस्तों से भी बात हुई। उन्होंने भी मुझे समझाया। मैंने फिर पढ़ाई करने का मन बनाया और कोटा आकर पढ़ाई में लग गया। पहले दो साल बहुत कम नम्बर आए। मेरे दोस्त पास हो गए और मैं रह गया। मैंने तीसरे साल भी पढ़ाई की, इस वर्ष के परिणाम मेरे लिए खुशियां लेकर आए । ©Ankit Kumar

students ki story hindi #Student

People who shared love close

More like this

Trending Topic