मैंने औरों की तरह कोई व्रत तो नहीं रखा
आज तुम्हारे लिए लेकिन हाँ.....
मंदिर की ऊंची सीढ़ियां चढ़ते वक़्त
मन ही मन शिद्दत से दुआएं पढ़ते वक़्त
हाथ जोड़ मंदिर की परिक्रमा करते वक़्त
उम्मीदें भरी आँखों से मूरत को तकते वक़्त
मन्नत का धागा बाँध सुकूँ लेकर उतरते वक़्त
रब को अपनी अरदास सुनाकर गुजरते वक़्त
तसल्ली से तुम्हारे बारे में सोचते वक़्त
रात को चाँद को एकटक देखते वक़्त
तुम्हारी लंबी उम्र की दुआ के साथ-साथ विश्वास,
अपनेपन और मोहब्बत से बने
अपने इस रिश्ते की भी लंबी उम्र की दुआ की है मैंने..!!
-ख्याली_जोशी 🥀🥀
©HUMANITY INSIDE
#Karwachauth