ghar quotes in hindi मुझे आवारा ना समझना, मेरा भी इक घर है....
जहां चार दीवारें एक छत और, दरवाजा खोलती इक आवाज...
तु बैठ मैं पानी लेकर आती हूं, तु थक गया होगा...
कैसा रहा तेरा दिन, तुने कुछ खाया कि नहीं दिन भर में,
भूख लगी होगी ना, तु हाथ मुंह धो लें मैं खाना लगाती हूं....
ऐसा कहकर बुलाने वाली वो आवाज,
गुजंती नहीं आज कल मेरे किराये के कमरे में
क्योंकि "माँ" तो घर में छूट गयी हैं और,
मैं शहर आ गया हुं कमाने के लिए..!!
©Khyali Joshi