धरती पर हरेक इनसान नया नया लेता है जनम जाग जाने के बाद।
दूर भागता है तम,अकसर गुम हो जाता है वहम जाग जाने के बाद।
लूटकर अपनों का प्यार, जी भर के जी लेता है वो ख़्वाबों में,इसीलिए
कभी हँसती हैं उसकी आँखें, कभी रहती है नम जाग जाने के बाद।
✍️साई नलिनी
©Nalini Sai