ये रातों के अँधेरे मुझे अक्सर जगाया करते हैं
जो मांगा वो ना मिल पाया क्यूँ
ये मुझसे पूछा और बताया करते हैं,
ये रातों के अँधेरे मुझे अक्सर जगाया करते हैं,
तकलीफ़ मे कोई अपना नहीं होता,
वक़्त की ठोकरो से मुझे समझाया करते है,
अजीब उलझन मे फँसी है जिंदगी मेरी
पता नही कोई सुन भी रहा हैं या
हम अपनी बात युही जाया करते हैं
ये रातों के अँधेरे मुझे अक्सर जगाया करते हैं
दिल का दर्द आँखो से हम बहाया करते है,
पलकों की टक टकी से सारी रात बिताया करते है,
ये रातों के अँधेरे मुझे अक्सर जगाया करते हैं
जो मांगा वो ना मिल पाया क्यूँ
ये मुझसे पूछा और बताया करते हैं,
-PK
©Priiyanka Gujjar
#nind
#Heartbeat