यहाँ कई तरह की जिंदगियां है।
कोई ख़ुशी में है कोई दुःखी में है
कोई किसी की चिंता में है तो
कोई खुद ही खुद की चिंता में है
कोई किसी को रुलाना चाहता है
तो कोई किसी को मुस्कुराना चाहता है
कोई खुद के मतलब में जिंदगी जी रहा है
तो कोई अपना मतलब निकाल कर
कोई तहज़ीब से तवज्जो देता है
तो कोई मर्यादा ओर इज्ज़त को लांघ देता है
कोई अपनी जीत के जश्न में जी रहा है
तो कोई अपनी हार के ग़म में
कोई ख़ुद को समझा रहा है
तो कोई औरों को समझाने कि कोशिश मे
कोई हाथ थाम कर खींचने में लगा है
तो कोई टांग पकड़कर खींचने मे
©Ram Solanki
#Loneliness