ईद आई है फिर तेरी यादें लिए
आंख फिर आज रोई बहुत देर तक
पहले घर में तेरी खूब बाते हुई
फिर नम घर में यू सबकी आंखें हुई
टीस फिर दिल में होई बहुत देर तक
आंख फिर आज रोई बहुत देर तक
तुझसे शिकवा नही तुझे है इल्तिज़ा
आजा इन आंखों को अपना चेहरा दिखा
मेरी आंखों को पुरनूर कर शाम तक
आंख फिर आज रोई बहुत देर तक
आज ई दैन पर सबकी आंखें बही
देखने को तुझे कितनी बेचैन थी
याद तुझको किया सुबहों से शाम तक
आंख फीर आज रोई बहुत देर तक
ईद आई है फिर तेरी यादें लिए
आंख फिर आज रोई बहुत देर तक
©Shoheb alam shayar jaipuri
#christmascelebration