White तरणिजा के तट घूमें,
कलाकेतु हिमकर की
सलिल सा अंग सजे,
सुन्दरता है इन्दिवर की
तारापथ अयनशाला बन,
वातनेय सी उड़ान भर
मन्दाकिनी की मुस्कान,
चंचला में विभावरी रात
सुषमा देख दृश्य भर ही
हिलोर उठी मधुकर की
©Shilpa Yadav
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सलिल सा अंग सजे,सुन्दरता है इन्दिवर की
तारापथ अयनशाला बन,वातनेय सी उड़ान भर
मन्दाकिनी की मुस्कान,चंच