इस ज़मीन से लेकर दिल की ज़मीन तक, सब ओर सूखा पड़ा है | हिंदी विचार
"इस ज़मीन से लेकर दिल की ज़मीन तक,
सब ओर सूखा पड़ा है।
वो चाहे आसमानी बारिश
हो या प्यार की बारिश।
हर किसी को बारिश का इंतज़ार है।
#बारिशकाइंतज़ार#
सत्यम चौरसिया ✍️"
इस ज़मीन से लेकर दिल की ज़मीन तक,
सब ओर सूखा पड़ा है।
वो चाहे आसमानी बारिश
हो या प्यार की बारिश।
हर किसी को बारिश का इंतज़ार है।
#बारिशकाइंतज़ार#
सत्यम चौरसिया ✍️