#OpenPoetry सरहद मिटाई भेद मिटाए दूरियां मिटायी है
"#OpenPoetry सरहद मिटाई भेद मिटाए दूरियां मिटायी है । शीष तो पहले भी अपना था पगड़ी आज सजाई है ।
कुछ सापो के फन कुचले कुछ गिद्धवो को इशारा है गौर से देखो दुनिया वालो ये कश्मीर हमारा है
जय हिंद भारत माता की जय🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳"
#OpenPoetry सरहद मिटाई भेद मिटाए दूरियां मिटायी है । शीष तो पहले भी अपना था पगड़ी आज सजाई है ।
कुछ सापो के फन कुचले कुछ गिद्धवो को इशारा है गौर से देखो दुनिया वालो ये कश्मीर हमारा है
जय हिंद भारत माता की जय🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳