ग्रह नक्षत्र तिथि तारीखें सब तो यही बताते हैं, कैस | हिंदी कविता
"ग्रह नक्षत्र तिथि तारीखें सब तो यही बताते हैं,
कैसे मानें राम नहीं थे सदियों से तो गाते हैं ,
पारायण मंचन है करते चौपाइयाँ सुनाते हैं ,
राम यहीं थे राम यहीं है "जीवन" आते जाते हैं ।।"
ग्रह नक्षत्र तिथि तारीखें सब तो यही बताते हैं,
कैसे मानें राम नहीं थे सदियों से तो गाते हैं ,
पारायण मंचन है करते चौपाइयाँ सुनाते हैं ,
राम यहीं थे राम यहीं है "जीवन" आते जाते हैं ।।