पुरानी बिखरी यादें ये पुरानी बिखरी यादें, वो झूठे | हिंदी शायरी
"पुरानी बिखरी यादें ये पुरानी बिखरी यादें,
वो झूठे तेरे वादे,
ना ज़ेहन से मेरे जाते हैं...
करते हैं परेशां वक्त बेवकत
वो अक्सर याद
आते हैं..✍गुरमीत कौर मीत"
पुरानी बिखरी यादें ये पुरानी बिखरी यादें,
वो झूठे तेरे वादे,
ना ज़ेहन से मेरे जाते हैं...
करते हैं परेशां वक्त बेवकत
वो अक्सर याद
आते हैं..✍गुरमीत कौर मीत