HappyBdayPMModi,मित्रों भारत में हाल के घटनाकर्म पर कवि आनंद की कुछ पंक्तियाँ है...
कैसी पाठशाला में पढ़ते है वो..
गलती कर बड़ी हट पकड़ते है वो..
सब रुतबे कानून ने रगड़ दिये..
छोटे लोगों से कहाँ डरते है वो।
दौलत भरे खजाने धरे रह गये..
माफ़ी नहीं मांगेंगे कहतें है वो।
बड़े वकीलों के संग रहते है वो..
सलाहों की सजा भी सहते है वो।
चोरी की बातें सुने ना जमाना..
खुद दागी दानों से पलते है वो।
रवैया जिसका हटीला हो 'आनंद'..
आज अब नहीं तो कल ढहते है वो।
कवि आनंद दाधीच "दधीचि" भारत
©Anand Dadhich
#New #story #poem #Quotes #kaviananddadhich #hindipoetry #poetananddadhich