!!मेरे हों!!
तुमारे पूरे दिन मैं,
कुछ लम्हें,वो मेरे हों!
तुमारी रोज की चर्चा में,
एक जिक्र,वो मेरा हों!
तुमारे ख्वाबों के महल मैं,
एक कमरा,वो मेरा हों!
तुमारी यूं मुस्कुराने की आदत मैं,
एक हसी की वज़ह,वो मेरी हों!
तुमारे सुकून के पलों में,
एक पल,वो मेरा हों!
©Reena Tanwar
Just pure love.....