मै थक चुकी हूं अब इस बात से खुद को मनाऊं कैसे
अब तकना नहीं है राह तेरी इस बात से खुद को समझाऊं कैसे
तुम तो खुशी देने वाली बात किया करते थे यह सब झूठी बातों को भुलाऊ कैसे
पर तुम तो हमें किसी और के लिए शिकस्त करके चले गए
इस बात से खुद को संभालू कैसे
मैं थक चुकी हूं अब इस बात से खुद को मनाऊं कैसे
#harshita
#poetrywords#brokendeepthought