हमें पहले सी कशिश, जुस्तजू चाहिए
जर्द आँखो को थोड़ा लहु चाहिए
रूह चिथड़ो में बँटकर तबाह हो रही है
मग़र आस्तीन को मिरे रफू चाहिए
उसने बोसा दिया दिल ये माना नहीं
आज उस से मेरी गुफ्तगु चाहिए
छत पे देखा उसे तब से नासाज है
तब से बांधे रखी आरजू, चाहिए
©Dev Sharma
#Nojoto
#hangout