मैं बस तुम्हारी आवाज़ बनना चाहता हु , कल को भुलाकर | हिंदी Poetry
"मैं बस तुम्हारी आवाज़ बनना चाहता हु ,
कल को भुलाकर तुम्हारा आज बनना चाहता हु ।।
लिख दे वो कहानी जो हर कोई पढ़े ,
बस वही मैं हर अल्फ़ाज़ बनना चाहता हु ।।
किसी को बताओ भी न और सबको पता भी हो ,
ऐसा एक मैं राज़ बनना चाहता हु ।।"
मैं बस तुम्हारी आवाज़ बनना चाहता हु ,
कल को भुलाकर तुम्हारा आज बनना चाहता हु ।।
लिख दे वो कहानी जो हर कोई पढ़े ,
बस वही मैं हर अल्फ़ाज़ बनना चाहता हु ।।
किसी को बताओ भी न और सबको पता भी हो ,
ऐसा एक मैं राज़ बनना चाहता हु ।।