"चलो आज अपना हुनर आज़माते हैं, कदमों में अपने जहाँ को झुकाते है !
ये अंबर, ये तारे ...हो सूरज-सितारे ...
इन्ही पे अपनी दुनियाँ बसाते हैं !
चलो आज अपना हुनर आजमाते हैं !!
ना कमज़ोर है हम.. ना है बेसहारा....
हौंसले की बदौलत है जीवन हमारा ।
गमों के घूँट को हम हंस के पी के दिखाते हैं ...
चलो आज अपना हुनर आजमाते हैं!!
✍Revolution of Thoughts"