White *जय अग्रोहा जय अग्रसेन* 🙏🙏 जय अग्र वंश के स | हिंदी Motivation

"White *जय अग्रोहा जय अग्रसेन* 🙏🙏 जय अग्र वंश के संस्थापक नमन शीश झुका कर करते, वंशज है श्रीराम चंद्र के गौरव शाली इतिहास है रखते। आश्विन शुक्ला प्रतिपदा को जन्म जयंती है शुभ दिन, अग्रवाल इतिहास की गाथा रहे अधूरी जिनके बिन । वैश्य समाज की प्रगति हेतु जो संकल्प उठाया था, अपने सिद्धांतों से उसको करके साकार दिखाया था । समाजवाद भी देन है जिनकी एकता की भावना को जगाया, सामाजिक आर्थिक संस्कृतिक रूप से वैश्य समाज को समृद्ध बनाया । पशु बलि को बंद किया जीवन के मह्त्व को समझाया, इस धरती पर हो स्वर्ग सा जीवन उत्तम विचार यह अपनाया। गोत्र अठारह देन है जिनकी अठारह यज्ञ संपन्न किए, वाणिज्य व्यापार से धनोपार्जन के मार्ग को थे प्रशस्त किए। हरियाणा हिसार प्रांत मे नगर बसाया अग्रोहा अग्र समाज के लिए गर्व से धाम पांचवां कहलाया। कर्मठता के प्रतीक और नव समाज के निर्माता। जनक पिता है पूजनीय हैं श्री अग्रसेन हैं अग्र विधाता । ©Anita Agarwal"

 White *जय अग्रोहा जय अग्रसेन* 🙏🙏

जय अग्र वंश के संस्थापक 
नमन शीश झुका कर करते, 
वंशज है श्रीराम चंद्र के 
गौरव शाली इतिहास है रखते।

आश्विन शुक्ला प्रतिपदा को
 जन्म जयंती है शुभ दिन, 
अग्रवाल इतिहास की गाथा
 रहे अधूरी जिनके बिन ।

वैश्य समाज की प्रगति हेतु 
जो संकल्प उठाया था, 
अपने सिद्धांतों से उसको 
करके साकार दिखाया था ।

समाजवाद भी देन है जिनकी 
एकता की भावना को जगाया, 
सामाजिक आर्थिक संस्कृतिक रूप से
 वैश्य समाज को समृद्ध बनाया ।

पशु बलि को बंद किया जीवन
के मह्त्व को समझाया, 
इस धरती पर हो स्वर्ग सा जीवन
 उत्तम विचार यह अपनाया। 

गोत्र अठारह देन है जिनकी 
अठारह यज्ञ संपन्न किए, 
वाणिज्य व्यापार से धनोपार्जन के
 मार्ग को थे प्रशस्त किए। 

हरियाणा हिसार प्रांत मे 
नगर बसाया अग्रोहा
अग्र समाज के लिए गर्व से
 धाम पांचवां कहलाया। 

कर्मठता के प्रतीक और 
नव समाज के निर्माता। 
जनक पिता है पूजनीय हैं
श्री अग्रसेन हैं अग्र विधाता ।

©Anita Agarwal

White *जय अग्रोहा जय अग्रसेन* 🙏🙏 जय अग्र वंश के संस्थापक नमन शीश झुका कर करते, वंशज है श्रीराम चंद्र के गौरव शाली इतिहास है रखते। आश्विन शुक्ला प्रतिपदा को जन्म जयंती है शुभ दिन, अग्रवाल इतिहास की गाथा रहे अधूरी जिनके बिन । वैश्य समाज की प्रगति हेतु जो संकल्प उठाया था, अपने सिद्धांतों से उसको करके साकार दिखाया था । समाजवाद भी देन है जिनकी एकता की भावना को जगाया, सामाजिक आर्थिक संस्कृतिक रूप से वैश्य समाज को समृद्ध बनाया । पशु बलि को बंद किया जीवन के मह्त्व को समझाया, इस धरती पर हो स्वर्ग सा जीवन उत्तम विचार यह अपनाया। गोत्र अठारह देन है जिनकी अठारह यज्ञ संपन्न किए, वाणिज्य व्यापार से धनोपार्जन के मार्ग को थे प्रशस्त किए। हरियाणा हिसार प्रांत मे नगर बसाया अग्रोहा अग्र समाज के लिए गर्व से धाम पांचवां कहलाया। कर्मठता के प्रतीक और नव समाज के निर्माता। जनक पिता है पूजनीय हैं श्री अग्रसेन हैं अग्र विधाता । ©Anita Agarwal

#Agrasen jayanti

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