मैं दिल, तुम धड़कन, एक साथ जीने का सफर है,
तुम्हारी हर धड़कन में, मेरी ज़िंदगी की खुशियों का असर है।
तुम्हारी धड़कनों की गूँज में, मेरा दिल खो जाता है,
तुम्हारी हर सांस में, मेरी रूह की आवाज़ बस जाता है।
तुम्हारे साथ हर पल, जैसे जन्नत की सैर है,
मेरी हर ख्वाहिश, मेरी हर चाह, तुम्हारे बिना अधूरा है।
तुम धड़कन, मैं दिल, हम एक-दूसरे का सहारा है,
साथ चलते चलते, हर मुश्किल को आसान करते जाते हैं हम।
©Balwant Mehta