तुम बहुत अच्छे हो' मैनें हर पल तुम्हें ये एहसास द | हिंदी कविता

"'तुम बहुत अच्छे हो' मैनें हर पल तुम्हें ये एहसास दिलाया और ये एहसास तुम्हारी सांसों में पूरी तरह से घुल गया तुम भूल गए कि कमियां तुममें भी है क्योंकि मैनें कभी उन कमियों को देखने की कोशिश नही की इसलिए तुम भ्रमित रहे.. जानते हो ना कोई भी व्यक्ति सम्पूर्ण नही होता.. तुम भी नही हो..मगर आईने के एक पक्ष को चमकाने के लिए दूसरे पक्ष को अपनी चमक खोनी पड़ती है मैंनें भी उस दूसरे पक्ष को अनदेखा करके तुम्हारे व्यक्तित्व के आईने में अपनी छवि देखना चाहा तुम मेरी खुशी की वजह हो इसलिए नही कि तुम मेरी खुशियों का ख़्याल रखते हो, बल्कि इसलिए कि मैं तुम्हारी हर खुशी में हीं मैं अपनी खुशी ढूंढ लेती हूँ.. देखो ना..तुमने कभी बंधना नही सीखा और मैनें कभी तोड़ना नही सीखा मैंनें जीवन में किसी भी रिश्ते को बांधने की कोशिश नही की बल्कि हर रिश्ते से खुद को बांध लिया बिना कुछ मांगे..क्योंकि रिश्ते मांग कर नही बनते..शायद यही वजह है कि रिश्तों की इस भीड़ में मेरा वज़ूद आज भी अकेला है। 'रश्मि' ©Rashmi Abhaya"

 'तुम बहुत अच्छे हो'
मैनें हर पल तुम्हें ये एहसास दिलाया
और ये एहसास तुम्हारी सांसों में
पूरी तरह से घुल गया
तुम भूल गए कि कमियां तुममें भी है
क्योंकि मैनें कभी उन कमियों को 
देखने की कोशिश नही की
इसलिए तुम भ्रमित रहे..
जानते हो ना कोई भी व्यक्ति
सम्पूर्ण नही होता..
तुम भी नही हो..मगर आईने के 
एक पक्ष को चमकाने के लिए 
दूसरे पक्ष को अपनी चमक खोनी पड़ती है
मैंनें भी उस दूसरे पक्ष को अनदेखा करके
तुम्हारे व्यक्तित्व के आईने में 
अपनी छवि देखना चाहा
तुम मेरी खुशी की वजह हो
इसलिए नही कि तुम मेरी खुशियों का 
ख़्याल रखते हो, बल्कि इसलिए
कि मैं तुम्हारी हर खुशी में हीं
मैं अपनी खुशी ढूंढ लेती हूँ..
देखो ना..तुमने कभी बंधना नही सीखा
और मैनें कभी तोड़ना नही सीखा
मैंनें जीवन में किसी भी रिश्ते को
बांधने की कोशिश नही की
बल्कि हर रिश्ते से खुद को बांध लिया
बिना कुछ मांगे..क्योंकि रिश्ते
मांग कर नही बनते..शायद यही वजह है
कि रिश्तों की इस भीड़ में
मेरा वज़ूद आज भी अकेला है।

'रश्मि'

©Rashmi Abhaya

'तुम बहुत अच्छे हो' मैनें हर पल तुम्हें ये एहसास दिलाया और ये एहसास तुम्हारी सांसों में पूरी तरह से घुल गया तुम भूल गए कि कमियां तुममें भी है क्योंकि मैनें कभी उन कमियों को देखने की कोशिश नही की इसलिए तुम भ्रमित रहे.. जानते हो ना कोई भी व्यक्ति सम्पूर्ण नही होता.. तुम भी नही हो..मगर आईने के एक पक्ष को चमकाने के लिए दूसरे पक्ष को अपनी चमक खोनी पड़ती है मैंनें भी उस दूसरे पक्ष को अनदेखा करके तुम्हारे व्यक्तित्व के आईने में अपनी छवि देखना चाहा तुम मेरी खुशी की वजह हो इसलिए नही कि तुम मेरी खुशियों का ख़्याल रखते हो, बल्कि इसलिए कि मैं तुम्हारी हर खुशी में हीं मैं अपनी खुशी ढूंढ लेती हूँ.. देखो ना..तुमने कभी बंधना नही सीखा और मैनें कभी तोड़ना नही सीखा मैंनें जीवन में किसी भी रिश्ते को बांधने की कोशिश नही की बल्कि हर रिश्ते से खुद को बांध लिया बिना कुछ मांगे..क्योंकि रिश्ते मांग कर नही बनते..शायद यही वजह है कि रिश्तों की इस भीड़ में मेरा वज़ूद आज भी अकेला है। 'रश्मि' ©Rashmi Abhaya

#रश्मि_अभय #खुशी

#Thoughts

People who shared love close

More like this

Trending Topic