मगरमच्छ ने पार्वती जी से तप दान करने का
संकल्प करवाया तप का
दान होते ही मगरमच्छ का देह तेज से
चमक उठा मगर बोला देखो पार्वती तप
के प्रभाव से मैं तेजस्वी बन गया हूं
तुमने जीवन भर की पूंजी इस बच्चे के
लिए व्यर्थ कर दी चाहो तो अपनी भूल
अभी भी सुधार लो पार्वती जी बोली हे
ग्राह तप तो मैं दोबारा कर सकती हूं
लेकिन यदि तुम इस बालक को निगल
जाते तो क्या उसका जीवन वापस मिल
जाता देखते ही देखते वह लड़का अदृश्य
हो गया और मगरमच्छ लुप्त हो गया
©Mahadev
#Maha_shivratri