सुनो हमें एक मर्ज है, थोड़ी दवा कर दोगे क्या ?
शह | हिंदी शायरी
"सुनो हमें एक मर्ज है, थोड़ी दवा कर दोगे क्या ?
शहर की बिजली कट गई है, थोड़ी हवा कर दोगे क्या ?
कि तुम्हारे यूं तन्हा छोड़ जाने से, हम आधे तो मर ही चुके हैं,
अब कोई नया दामन थाम कर के, पूरा ही तबाह कर दोगे क्या ?
- यशपाल पाराशर"
सुनो हमें एक मर्ज है, थोड़ी दवा कर दोगे क्या ?
शहर की बिजली कट गई है, थोड़ी हवा कर दोगे क्या ?
कि तुम्हारे यूं तन्हा छोड़ जाने से, हम आधे तो मर ही चुके हैं,
अब कोई नया दामन थाम कर के, पूरा ही तबाह कर दोगे क्या ?
- यशपाल पाराशर