White टूटते तारो से आजकल ,
मन्नते पुरी नहीं होती।
ये तो नज़रों का धोखा है
साहब,
के आस्मां से
चांद की दुरी नही होती।
हर बात पर रूठने वालो से,
कहदो नोहरा,
ख्वाहिश हो या जिद्द
हर बार पुरी नहीं होती।
©Suneel Nohara
हर बात पुरी नहीं होती। @Sethi Ji अदनासा- @Rakesh Srivastava Nîkîtã Guptā @Anshu writer